अलका लांबा बोलीं – भाजपा में परिवारवाद चरम पर

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता अलका लांबा ने कहा है कि नई दिल्ली से पांच वर्षों तक रिमोट कंट्रोल से चली सरकार की बैटरी कमजोर होते ही भाजपा में भगदड़ मच गई है। भाजपा विधानसभा चुनाव में पूरी तरह से अंतर्कलह से जूझ रही है। भाजपा प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद अधिकांश विधानसभा क्षेत्रों में बगावत के सुर मुखर हो गए हैं।

शनिवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन शिमला में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए अलका लांबा ने कहा कि कांग्रेस पर परिवारवाद के आरोप लगाने वाले अब खुद उलझ गए हैं। भाजपा में परिवारवाद चरम पर है। धर्मपुर में जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के घर में टिकट को लेकर द्वंद्व चल रहा है। भाई को टिकट देने का बहन ने विरोध किया है। बहन ने मुख्यमंत्री सहित भाजपा पर महिला सशक्तीकरण को लेकर सवाल खड़े किए हैं।

चंबा सदर में एक महिला कार्यकर्ता का टिकट काट कर विधायक की पत्नी को प्रत्याशी बनाया गया है। यह एक कर्मठ महिला कार्यकर्ता का अपमान है। अलका लांबा ने भाजपा के टिकटों से महरूम रहे 11 विधायकों और जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह को निष्क्रिय करार दिए। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अगर बीते पांच साल में विकास किया होता तो उन्हें आज अपने वर्तमान विधायकों के टिकट न काटने पड़ते और अपने मंत्रियों के चुनाव क्षेत्र न बदलने पड़ते।

भाजपा हाईकमान का प्रदेश नेतृत्व पर विश्वास समाप्त हो गया है। तभी डैमेज कंट्रोल करने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को खुद हिमाचल आना पड़ा है। अलका लांबा ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस एकजुट है। पूरी सहमति के साथ पार्टी प्रत्याशियों का चयन किया गया है। पत्रकार वार्ता में शिमला नगर निगम के निवर्तमान पार्षद इंद्रजीत सिंह और दिवाकर दत्त शर्मा भी मौजूद रहे।

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