उतराखंड में वन विभाग की सख्ती, कई अवैध मजारें ध्वस्त, बाबा भूरे शाह की मजार पर भी चिपका दिया है नोटिस।
उतराखंड में धामी सरकार के चलते, वन विभाग पूरी तरह से सख्ती पर उतर आया है। वन विभाग उतराखंड, पिछले कई माह से वनक्षेत्र से अवैध कब्जे हटाने में कोई कोताही नही बरत रहा है। वन विभाग ने पिछले दिनों में सख्ती बरतते हुए, बहुत सी अवैध मजारों को हटानै और धवस्त करने का अभियान छेड़ा हुआ है।
इसी अभियान के चलते आज हिमाचल उतराखंड की सीमा पर, एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित प्रसिद्ध बाबा भूरे शाह की मजार पर नोटिस चस्पा कर दिया, गया है। जिसमें यह कहा गया है कि अगर किसी व्यक्ति या संस्था को इस पर औबजैक्शन है तो वो देय तिथि तक, इस जमीन के वैध दस्तावेज लेकर, वन विभाग में उपस्थित हो सकता है, अन्यथा इसे अवैध मान कर, जमीदोज़ कर दिया जाएगा।
ज्ञात रहे, बाबा भूरे शाह की मजार का एक ऐतिहासिक महत्व भी है, माना जाता रहा है कि बाबा भूरे शाह, गुरु गोविंद सिंह जी के सिपहसालार थे और उनकी मजार इसी कारण पांवटा गुरुद्वारा साहिब के एन सामने बनायी गयी है।
यह भी माना जाता रहा है कि, बाबा भूरे शाह की मजार पर मत्था टेकें बगैर, पांवटा साहिब गुरुदवारे की यात्रा पूर्ण नही मानी जाती है। इसलिए इस मजार का हिंदू और सिक्ख समाज में काफी बड़ा महत्व है।
ऐसे में बाबा भूरे शाह की मजार को हटाना, विभाग के लिए टेढ़ी खीर साबित हो सकता है।