कोविड 19 के आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए सरकार बनाए स्थाई नीति
नागरिक अस्पताल पांवटा साहिब में नोवावैक्स कोविड 19 एसोसिएशन के पदाधिकारियों द्वारा एक सामूहिक बैठक की गई जिसमें कोविड 19 के आउटसोर्स स्टाफ की स्टाफ नर्सों, वॉर्ड बॉय स्टाफ हिस्सा लिया।
आपको बता दें कि पूरे हिमाचल प्रदेश में लगभग दो हज़ार से ज्यादा आउटसोर्स कोविड 19 कर्मचारी सरकारी अस्पतालों में कोविड काल से रेगुलर स्टाफ के साथ पूर्ण रूप से अपनी सेवाएँ दे रहा है।
हालांकि कोविड 19 स्टाफ को कोविड काल में कोविड वॉरियर्स की उपाधि से नवाज़ा गया था, लेकिन आज उनकी ऐसी दुर्दशा है कि तकरीबन एक एक साल व तीन महिनों से ना तो वेतन दिया गया है ना इनके लिए अभी तक कोई स्थाई नीति बनाई गई है, जिसके अंतर्गत हिमाचल प्रदेश के समस्त कोविड 19 स्टाफ की नौकरियों को बचाया जा सके।
नोवावैक्स कोविड 19 एसोसिएशन की फाउंडर मेंबर ,सामाज सेविका व अखिल भारत हिंदू महासभा की राष्ट्रीय महासचिव निशा कटोच ने कहा कि प्रदेश के समस्त आउटसोर्स कोविड 19 कर्मचारियो के साथ हैं। और प्रदेश सरकार से अपील की है कि हिमाचल प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में अभी भी काफी रिक्त पद हैं, जहां इन्हें रखा जाए व नौकरियों से वंचित ना किया जाए । उन्होंने कहा की इनके लिए स्थाई तौर पर नीति बनाई जाए।
इसी संदर्भ में नोवावैक्स कोविड 19 एसोसिएशन की अध्यक्ष नीशिता ने कहा कि हम कोविड काल से प्रदेश में सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन आज हालात इतने बत्तर हो चुके हैं कि हमें कई माह से वेतन नहीं मिला है।
हिमाचल प्रदेश के कोविड 19 स्टाफ को वेतन न मिलने के कारण मानसिक तनाव से गुजरना पड़ रहा है। ऊपर से नौकरी जाने का भी खतरा लगातार बना हुआ है।
अध्यक्ष नीशिता ने सरकार के समक्ष अपील की है कि हिमाचल प्रदेश सरकार जल्द से जल्द उनकी मांगों को पूरा करे व एक स्थाई पॉलिसी बनाकर कर्मचारियो के सर पर लटक रही एक्सटेंशन की तलवार को हटाए!
मौके पर ब्लाक अध्यक्ष मासुक अली, स्टाफ विरानी, कोमल, प्रियंका, प्रियंका, गगन, ध्रुव, संदीप मौजूद रहे ।