दस केंद्रों में आज से गेहूं की खरीद शुरू, कांगड़ा-सिरमौर में तीन, ऊना-सोलन में दो-दो केंद्रों में किसानों को मिलेगी सुविधा
प्रदेश में बनाए गए गेहूं खरीद केंद्रों में सोमवार से गेहूं की फसल की खरीद शुरू होगी। विभाग के पोर्टल पर गेहूं खरीद की बुकिंग पहली अप्रैल से शुरू कर दी है। किसानों को hpappp.nic.in पर जाकर अपनी फसल का ब्यौरा भरने के बाद फसल बेचेने के लिए पंजीकरण करना होगा।
रविवार तक विभाग के पोर्टल पर 350 किसानों ने पंजीकरण करवाया है, जिसमें से 57 किसानों को टोकन जारी किए गए हैं। प्रदेश में पहली बार हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा गेहूं की खरीद की जाएगी। प्रदेश में किसानों से गेहूं की फसल की खरीद करने के लिए दस गेहूं खरीद केंद्र बनाए गए हैं।
इन केंद्रों में दस अप्रैल से केंद्रों में गेहूं की खरीद शुरू होगी। गेहूं की खरीद प्रदेश में दस मंडियां बनाई गई हैं, जिसमें अनाज मंडी फतेहपुर, रियाली, मीलवां जिला कांगड़ा, धौलाकुआं, कालाअंब, पावंटा साहिब जिला सिरमौर, मार्केट यार्ड नालागढ़, मलपुर बद्दी जिला सोलन तथा मार्केट यार्ड टकारला व रामपुर जिला ऊना शामिल है। इस मंडियों के माध्यम से किसानों से फसल ली जाएगी।
2125 रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य
प्रदेश में किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य 2125 रुपए प्रति क्विंटल तय किया है। किसानों को सही उपज की विक्रय राशि 48 घंटे के अंदर ऑनलाइन माध्यम से बैंक खाते में प्राप्त हो जाएगी। पूर्व में किसानों की फसल की खरीद भारतीय खाद्य निगम के माध्यम से की जाती थी, जबकि इस बार मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देशानुसार गेहंू की खरीद हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के माध्यम से की जाएगी।
एक मोबाइल नंबर पर एक ही बार पंजीकरण
किसान खाद्य आपूर्ति विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण करवाने के बाद फसल बेचने के लिए टोकन नंबर और तिथि बताई जाएगी। पोर्टल पर बताई गई तिथि के अनुसार किसान गेहंू खीरद केंद्र में जाकर टोकन नंबर के साथ अपनी फसल बेच पाएंगे। एक मोबाइल नंबर पर एक ही पंजीकरण संभव है। गेहंू की फसल बेचने का भुगतान विभाग द्वारा किसानों के खाते में ही किया जाएगा।