पांवटा साहिब में बिना पॉल्यूशन NOC चल रहा उद्योग, सरकार को राजस्व में करोड़ों का घाटा ।

बिना पर्यावरणीय मंजूरी कैसे लगे उद्योग
पांवटा साहिब में बिना पॉल्यूशन NOC चल रहा उद्योग, सरकार को राजस्व में करोड़ों का घाटा ।
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला में स्थापित प्रमुख उद्योग क्षेत्र पंडोगा में लगे उद्योगों को लेकर सवाल उठाए हैं। एनजीटी ने कहा है कि बिना पर्यावरणीय मंजूरी के यह उद्योग कैसे लग गए।
इस मामले में प्रदेश सरकार से चार सप्ताह में जवाब देने को कहा गया है। एनजीटी ने इस मामले में सवाल खड़ा करते हुए पंडोगा औद्योगिक क्षेत्र में ‘ए’ और ‘बी’ श्रेणी के अंतर्गत आने वाले तीन उद्योगों को पर्यावरण मंजूरी प्रमाण-पत्र प्राप्त किए बिना स्थापित करने पर सवाल उठाया है।
वही सिरमौर के पांवटा साहिब में भी बहुत सारे उद्योग पॉल्यूशन की बिना ( NOC) के चल रहे है, जिसमें कुछ उद्योगों की पॉल्यूशन NOC एक्सपायर हुए काफी समय हो चुका है लेकिन विभाग द्वारा कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा रही है
इसमें बहुत सारे उद्योग ऐसे है जिन्होंने सिर्फ एक बार उद्योग लगाने लिए पॉल्यूशन विभाग से NOC ली उसके बाद बिना परमिशन काम कर रहे है ।
आपको बता दे कि पॉल्यूशन विभाग द्वारा दी जाने वाली परमिशन CTO आनी CONSENT TO OPERATE के एक्सपायर होने से पहले ही ये परमिशन कंपनी को लेनी होती है यदि ये परमिशन कंपनी के पास नहीं है तो कंपनी न तो प्रोडक्शन कर सकती है और न ही अपने प्रोडक्ट सेल कर सकती है ।
इन उद्योगों में कुछ उद्योग बाहरी राज्य से आए हुए बड़े नेताओं के है जिन्हें स्थानीय नेताओं और अधिकारियों के भरपूर सहयोग मिल रहे है, आपको बता दे कि पॉल्यूशन की NOC रिन्यू न करवाने से हिमाचल सरकार को करोड़ों का राजस्व घाटा हो रहा है लेकिन स्थानीय नेताओं और अधिकारियों के राजस्व में दिन दोगुनी और रात चौगुनी तरकी हो रही है ।