प्रदेश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में लगेंगे चार साल,75 हजार करोड़ का वित्तीय बोझ प्रदेश पर छोडक़र गई है पूर्व सरकार – सीएम हिमाचल।
पूर्व में रही भाजपा सरकार ने प्रदेश की अर्थव्यवस्था को इस कदर डांवाडोल कर दिया है कि उसे पटरी पर लाने में चार साल लग जाएंगे। हालांकि हम कोशिश करेंगे कि आने वाले समय में ऐसे फैसले लें कि इसे जल्दी पटरी पर लाया जाए, यह कहना था मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का।
मुख्यमंत्री बुधवार को पूर्ण राज्यत्व दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के समापन अवसर पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार प्रदेश पर 75 हजार करोड़ रुपए का वित्तीय बोझ छोड़ गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पता नहीं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर में ऐसी कौन सी दैवीय शक्ति आ गई थी कि उन्होंने जाते-जाते छह महीनों के अंदर 900 संस्थान खोल दिए, जोकि 75 साल में नहीं खुले थे। यहीं नहीं, पूर्व भाजपा सरकार ने साढ़े चार साल में भी इतने संस्थान नहीं खोले थे।
उन संस्थानों का आलम यह था कि सीएचसी को कंपाउंडर और कालेजों को पियन और वाटर कैरियर चला रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा साढ़े पांच हजार करोड़ रिटायर्ड हो चुके कर्मचारियों का, जबकि साढ़े चार हजार करोड़ मौजूदा कर्मचारियों का छठे पे-कमीशन का एरियर बनता है और पेंशनरों का डीए एक हजार करोड़ रुपए बकाया है।
अभी हमारी सरकार बने दो महीने भी नहीं हुए हैं, इसलिए थोड़ा सा समय दीजिए, हम धीरे-धीरे सबकुछ व्यवस्थित कर देंगे। उन्होंने कहा कि हिमाचल को एक ग्रीन और विकसित राज्य बनाया जाएगा। दिल्ली में प्रधानमंत्री से हुई मुलाकात पर सीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद यह दायित्व रहता है