बारिश की आड़ में उद्योगों का कारनामा, नाले में बहाया प्रदूषित पानी

बारिश की आड़ में उद्योगों का कारनामा; ट्रक यूनियन के पास लगे झाग के ढेर, गैस प्लांट के नजदीक नीला हुआ पानी

औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में प्रदूषण नियंत्रण मानकों को धत्ता बताने पर उतारू कुछ उद्योग राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की सख्ती के बावजूद बाज नहीं आ रहे हैं। हालात ये हैं कि गत दो दिनों के अंतराल में हुई भारी बारिश की आड़ में बद्दी ट्रक यूनियन बाइपास नाले में बेलगाम उद्योग ने प्रदूषित पानी बहा दिया,

जिससे नाले से लेकर सरसा नदी तक झाग के अंबार लग गाए, बद्दी में गैस प्लांट के पास एक उद्योग ने प्रदूषित नीला पानी छोड़ दिया, जिससे पूरे नाले का पानी नीले रंग में बदल गया। बताया जा रहा है की एक नामी उद्योग दवारा केमिकल युक्त प्रदूषित पानी को ईटीपी में ट्रीट करने के बजाय नाले में ठिकाने लगाया जा रहा था

जिससे नाले में झाग के ढेर बन गए। इसके अलावा नीला प्रदूषित पानी छोडऩे वाले का कोई सुराग नहीं लग पाया है। बोर्ड की टीमें संभावित उद्योगों में छापेमारी कर रही है। फिलवक्त राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मामले की सूचना मिलते ही बद्दी बाइपास स्थित नाले व गैस प्लांट के नाले का निरीक्षण किया और पानी के सैंपल भरे।

राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बद्दी ने इस मामले में छानबीन के बाद कार्रवाई करते हुए एक नामी उद्योग की हर्बल शैंपू निर्माण इकाई को नोटिस जारी करते हुए सदस्य सचिव से बिजली काटने की सिफारिश कर दी है।

बद्दी में एक लापरवाह उद्योग ने बारिश की आड़ में गैस प्लांट के पास एक नाले में प्रदूषित अनुपचारित अपशिष्ट बहा दिया, जिससे नाले का पानी गहरे नीले रंग में तब्दील हो गया। इससे पहले गत बुधवार को बद्दी में ट्रक यूनियन बाइपास के नाले में एक उद्योग ने प्रदूषित पानी बारिश की आड़ में नाले में ठिकाने लगा दिया था, जिससे नाले में झाग ही झाग हो गया।

ट्रक यूनियन के पास नाले में झाग के ढेर और गैस प्लांट के पास नाले में नीला पानी देख लोगों के होश उड़ गए। लोगों का आरोप है कि कुछ उद्योगों के पास अपने ट्रीटमेंट प्लांट नहीं हैं, कुछ ने प्लांट लगाए भी हैं, तो वे मात्र दिखावे के लिए।

एसपीसीबी के सदस्य सचिव अनिल जोशी ने कहा कि बद्दी में दोनों नालों से पानी के नमूने ले लिए गए हैं और प्रदूषण के स्रोत की पहचान करने के लिए फील्ड स्टाफ ने मौके की जांच की है और लैब रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी। राज्य औद्योगिक विकास निगम को भी नोटिस जारी किया गया है, क्योंकि एक प्लांट से सीवरेज लीकेज पाया गया था।

बिजली काटने की सिफारिश

राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के जेई अभय गुप्ता ने कहा कि दोनों नाले से पानी के सैंपल भरे गए है, जिन्हें जांच के लैब में भेज दिया गया है। इसके अलावा एक उद्योग को नोटिस देते हुए बिजली काटने की सिफारिश भी की गई है।

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