मंत्री जी को करना चाहिए अपना ज्ञान दुरस्त, प्रेस वार्ता में बोले बलदेव तोमर ।
मंत्री जी को करना चाहिए अपना ज्ञान दुरस्त, प्रेस वार्ता में बोले बलदेव तोमर ।
55 सालों से गिरीपार क्षेत्र को जनजाति का दर्जा दिलाने के लिए हाटी समिति के जो लोग इस लड़ाई को लड़ रहे है और जो इस लड़ाई को लड़ रहे थे वह सभी पढ़े-लिखे लोग थे। और कही ना कही मंत्री जी से ज्यादा पढ़े लिखे हैं। मंत्री जी को भी इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि अगर हमारा क्षेत्र जनजाति होता है तो इसके क्या लाभ है और क्या हानियां हैं। यह बात शिलाई के पूर्व विधायक व खाद्य आपूर्ति बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष बलदेव तोमर ने पांवटा साहिब में प्रेस वार्ता कर कही।
बलदेव तोमर ने कहा कि मंत्री जी जिस प्रकार जनसभा में कह रहे थे कि गिरिपार क्षेत्र जनजातीय क्षेत्र नही होना चाहिए इससे हमें कोई लाभ नही है, और ना ही हमारे लिए बजट का प्रावधान है ना नौकरियों में लाभ होगा। और में आरक्षण 37% का नुकसान हमें हो जाएगा। इसलिए मंत्री जी को पहले अपना ज्ञान दुरुस्त करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि 2014 में जिन सड़कों का हमने विधायक प्राथमिकता के तहत बजट लाया था उस सड़क का उद्योग मंत्री ने शिलान्यास किया। बीते 6 महीनों में मंत्री जी ने जितने भी उद्घाटन व शिलान्यास किए हैं वह सब पिछली भाजपा सरकार की देन है। वर्तमान सरकार ने एक भी पैसा क्षेत्र में किसी स्कीम के लिए नहीं दिया है
उन्होंने कहा कि शिलाई की जनता ने उन्हें इस उम्मीद के साथ चुनकर भेजा था कि वह प्रदेश, जिला सिरमौर तथा अपने विधानसभा क्षेत्र के लिए बेहतर योजनाएं तथा अच्छे विचार लेकर आएंगे। प्रदेश सरकार में मंत्री बनने के बाद 6 महीने बीत चुके हैं जनता किसी बड़ी सौगात की उम्मीद लगाकर बैठी थी मगर उन्होंने तो पूर्व मंत्री जयराम ठाकुर द्वारा क्षेत्र में खोले गए 3 शिक्षण संस्थान और कार्यालयों को डंस लिया है। शिलाई क्षेत्र में अनेकों कार्यालय और स्कूलों को बंद कर दिया गया। और मंत्री जी कहते हैं की धरती पुत्रों समाधि पर है।
मंत्री जी सिर्फ लोगों को गुमराह कर रहे हैं। मंत्री जी ने सिर्फ और सिर्फ लोगों को ठगने का काम किया है और कोई भी काम नहीं किया। अगर यह परिवार चाहता तो गिरिपार क्षेत्र बहुत पहले ही जनजातीय क्षेत्र घोषित हो जाता। मगर यह परिवार ना तो उस समय चाहता था और ना ही आ चाहता है। बलदेव तोमर ने कहा कि स्वर्गीय राजा वीरभद्र सिंह जरूर चाहते थे कि यह क्षेत्र जनजातीय हो मगर स्थानीय विधायक नहीं चाहते थे कि यह क्षेत्र जनजातीय घोषित हो।
उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का आभार व्यक्त किया जिनके प्रयासों से यह मुद्दा दिल्ली तक पहुंचा और हाटी समुदाय को आरजीआई में रजिस्टर करवाया। उसके बाद कैबिनेट में अप्रूव करवाने के बाद लोकसभा में प्रस्ताव पास करवाया। और अब राज्यसभा में हमारा बिल है। जब हाटी समुदाय का बिल राज्यसभा से पास होकर राष्ट्रपति की स्वीकृति के बाद वापस प्रदेश सरकार के पास आएगा तब हम देखना चाहते हैं कि मंत्री जी गिरीपार क्षेत्र को हाटी समुदाय बनाने के पक्ष में है या नहीं है।
बलदेव तोमर ने कहा कि हम मंत्री जी से पूछना चाहते हैं कि वह गिरीपार को जनजाति क्षेत्र बनाने के पक्ष में है या नहीं है इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट करें।