लो जी पांवटा साहिब में फिर से होगा धरना, सुनील चौधरी फिर मैदान में ।
हिमाचल प्रदेश जिला सिरमौर,पांवटा साहिब में जनता को काम करवाने के लिए बस एक ही रास्ता सूझता है वो अल्टीमेटम या धरना प्रदर्शन। आखिर क्यों? क्यों हर बार धरना देना पड़ता है क्यों जनता मूलभूत सुविधाओं के लिए भी तरस रह है?
जी है हम बात कर रहे है जिला सिरमौर के पांवटा साहिब की, पांवटा साहिब में जनता इस कदर परेशान है की जनता को सार्वजनिक काम करवाने के लिए किसी मंत्री संत्री नही बल्कि एक आम आदमी का सहारा लेना पड़ता है जिनका नाम है सुनील चौधरी, पांवटा व्यवस्था परिवर्तन मंच के सयोजक ।
बात हॉस्पिटल की हो या सरकारी बस सुविधाओं को सुनील चौधरी हमेशा आगे रहते है मैदान में फिर से उतरे सुनील चौधरी ने दिन वीरवार को पांवटा व्यवस्था परिवर्तन मंच द्वारा एसडीएम पांवटा साहिब को एक ज्ञापन सौंपा गया, ज्ञापन में था फिर से धरने का अल्टीमेटम ।
जी हां व्यवस्था परिवर्तन मंच और नगर परिषद वार्ड 13 न्यू बैंक कॉलोनी की महिलाएं एसडीएम ऑफिस पहुंची और ज्ञापन दिया कि उनके वार्ड की गलियों की हालत खेतो जैसी हो है गालियां पक्की न होने से बारिश के मौसम में लोगो का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है कीड़े मकोड़े घर में घुसते है
महिलाओं ने स्पष्ट तौर पर कहा कि 7 दिनों के भीतर यदि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो नगर परिषद कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया जाएगा इसके साथ-साथ चुनाव के दौरान ऊर्जा मंत्री को भी इसकी खामियाजा भुगतने पड़ेगी।
व्यवस्था परिवर्तन मंच के अध्यक्ष सुनील चौधरी ने कहा कि यहां के सेंकडो परिवार कीड़े मकोड़े के बीच में रहने को मजबूर है यदि हादसा हो जाए तो उसकी जिम्मेवारी किसकी होगी। महिलाओं और लोगों ने 7 दिनों का अल्टीमेट दिया है नहीं तो आने वाले समय में महिलाओं का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच जाएगा और जिसकी खामियाजा प्रशासन और नेताओं को झेलनी पड़ सकती है।