शहीद अरविंद कुमार पंचतत्व में हुए विलीन, पीछे छोड़ गया माता पिता, धर्मपत्नी, 4 साल और दो साल की दो बेटियां ।
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के कंडी इलाके में आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में बलिदानी नायक अरविंद कुमार पंचतत्व में विलीन हो गए। रविवार को राजकीय सम्मान के साथ पैतृक बालकोट के श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया। बलिदानी के भाई भूपिंदर कुमार ने उन्हें मुखाग्नि दी। इससे पहले भारी संख्या में लोग उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए। शहीद अरविंद कुमार अपने पीछे माता निर्मला देवी, पिता उज्ज्वल सिंह, धर्मपत्नी बिंदु देवी, दो बेटियां 4 वर्षीय शानवी और 2 वर्षीय शानविका को छोड़ गए हैं।
शहीद अरविंद कुमार की पार्थिव देह जब पैतृक गांव पहुंची तो चारों तरफ चीख-पुकार मच गई। पत्नी बिंदु देवी का रो-रो कर बुरा हाल है। बिंदु ने दुल्हन की तरह सजकर पति को अंतिम विदाई दी। वहीं माता निर्मला देवी के आंसू भी सूख चुके है। परिवार दो दिनों से बेटे की पार्थिव देह पहुंचने का इंतजार कर रहा था।
पिता उज्जवल सिंह अभी भी इस बात से बेखबर है कि बेटा शहीद हो गया है। शहीद अरविंद कुमार के पिता घर के एक कोने में पड़े हुए हैं। उन्हें कोई सुध नहीं है। करीब 8 साल पहले लोक निर्माण विभाग से सेवानिवृत्त हुए पिता कुछ सालों पहले अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। उनकी याददाश्त पूरी तरह से चली गई है। अरविंद ने पिता के इलाज की हर भरसक कोशिश की लेकिन किसी भी दवा का असर नहीं हुआ। पिता की याददाश्त वापस नहीं आ पाई। पिछले 6 सालों से पिता बेसुध पड़े हुए हैं। घर पर आने जाने वाले हर आदमी को एकटक लगा कर देख रहे हैं।
पंचायत प्रधान सरला देवी से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि कुछ महीने पहले ही अरविंद ने अपने पिता की टांग का ऑपरेशन करवाया था। इसके बाद छोटी बेटी का भी दिल्ली में 2 महीने पहले ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन करवाने के बाद अरविंद वापस ड्यूटी लौट गया था। दोबारा बेटी के चेकअप के लिए दिल्ली जाना था, लेकिन इससे पहले अरविंद मां भारती की रक्षा करते हुए शहीद हो गया।
उधर, मुख्यमंत्री की ओर से कृषि एवं पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार चौधरी ने श्रद्धासुमन अर्पित किए। मुख्य संसदीय सचिव शहरी विकास एवं शिक्षा आशीष बुटेल, सुलह के विधायक विपिन सिंह परमार, हिमाचल प्रदेश कृषि विकास बैंक के अध्यक्ष संजय चौहान, पूर्व विधायक जगजीवन पॉल, उपायुक्त डॉ निपुण जिंदल, एसपी शालिनी अग्निहोत्री, सलीम आजम ने श्रद्धांजलि अर्पित की। सेना की ओर से डिप्टी जीओसी ब्रिगेडियर एम एस बैंस, कर्नल एमएस रावत कर्नल आशुतोष कर्नल शैलभ सहित सैन्य अधिकारियों ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
कृषि एवं पशुपालन मंत्री चन्द्र कुमार चौधरी, सीपीएम आशीष बुटेल हिमाचल प्रदेश कृषि विकास बैंक के अध्यक्ष संजय चौहान ने बलिदानी अरविंद कुमार के घर में उसके परिजनों से भेंट कर घटना पर गहरा दुख जताया और शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। कृषि मंत्री ने कहा कि दुख की इस घड़ी में प्रदेश सरकार परिवार के साथ है। उन्होंने सरकार की ओर से हर सम्भव सहयोग की बात कही।
मंत्री ने प्रदेश सरकार बलिदानी की धर्मपत्नी को सरकारी क्षेत्र में नौकरी देने का आश्वासन दिया है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मरहूँ का नामांकन बलिदानी अरविंद के नाम पर करने की बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से राहत के रूप में 5 लाख परिवार को एसडीएम के माध्यम से उपलब्ध करवा दिया गया है।
उन्होंने राजौरी में आतंकवादियों से मुठभेड़ में बलिदान हुए सेना के सभी जवानों के बलिदान पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि देश उनके सर्वोच्च बलिदान को हमेशा याद रखेगा।