सीबीआई का बड़ा एक्शन; शराब नीति मामले में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया गिरफ्तार
शराब नीति मामले में आठ घंटे की पूछताछ के बाद सीबीआई का बड़ा एक्शन, आप ने केंद्र की मंशा पर उठाए सवाल
शराब नीति मामले में दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को रविवार को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी से पहले सीबीआई ने उनसे आठ घंटे पूछताछ की थी। बताया गया है कि आबकारी विभाग के एक अफसर ने पूछताछ के दौरान सिसोदिया का नाम लिया था। अफसर ने कहा कि सिसोदिया ने ऐसी शराब नीति बनाई थी, जिससे सरकार को मुनाफा नहीं हो, व्यापारियों को मोटा फायदा हो।
इसी बयान के आधार पर सिसोदिया से पूछताछ की गई थी। सूत्रों की मानें तो अफसर ने सिसोदिया पर सबूत नष्ट करने का भी आरोप लगाया था। सीबीआई ने सिसोदिया और अफसर को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की तो, उन्होंने कई सवालों के जवाब नहीं दिए। यही सिसोदिया की गिरफ्तारी की वजह बनी। सिसोदिया की गिरफ्तारी पर आम आदमी पार्टी की ओर से पहली प्रतिक्रिया राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने दी है।
उन्होंने कहा कि सिसोदिया की गिरफ्तारी तानाशाही की इंतेहा है। आम आदमी पार्टी ने ट्वीट कर लिखा कि यह लोकतंत्र के लिए काला दिन है। गौरतलब है कि रविवार को पूछताछ में शामिल होने के लिए सिसोदिया घर से निकलने से पहले अपनी मां से मिले और उनका आशीर्वाद लिया।
इसके बाद रोड शो करते हुए सीबीआई दफ्तर पहुंचे। सिसोदिया के साथ उनके हजारों समर्थक भी थे। सभी हेडक्वार्टर के पास धरने पर बैठ गए और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे थे। प्रोटेस्ट बढ़ता देख पुलिस ने धारा-144 लगा दी। दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय और आप के सांसद संजय सिंह सहित कई समर्थकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
पुलिस का कहना है कि कानून व्यवस्था न बिगड़े, इसलिए उन्हें हिरासत में लिया गया है। सिसोदिया ने सीबीआई दफ्तर जाने से पहले समर्थकों को संबोधित भी किया था। उन्होंने खुद को भगत सिंह का अनुयायी बताते हुए कहा कि वह देश के लिए शहीद हो गए थे, इसलिए झूठे आरोपों के लिए कुछ महीने जेल में भी रहना पड़े, तो परवाह नहीं है।