हिमाचल में NPA बंद करने के विरोध में सोमवार से हड़ताल पर जाएंगे डॉक्टर,

व्यवस्था परिवर्तन का नारा लेकर हिमाचल प्रदेश की सत्ता पर काबिज हुई कांग्रेस सरकार ने डॉक्टरों का नॉन प्रैक्टिसिंग अलाउंस बंद करने का फैसला लिया है। हिमाचल प्रदेश वित्त विभाग की ओर से इस बाबत अधिसूचना भी जारी की जा चुकी है। इसके विरोध में डॉक्टरों ने आंदोलन करने की तैयारी भी कर ली है।

शुरुआती तौर पर डॉक्टर सांकेतिक प्रदर्शन करेंगे। यदि सरकार ने फैसला वापस नहीं लिया, तो सरकार के खिलाफ डॉक्टर बड़े आंदोलन से भी कदम पीछे हटाने के मूड में नजर नहीं आ रहे हैं।

सोमवार को पेन डाउन स्ट्राइक पर जाएंगे डॉ.
हिमाचल प्रदेश में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) से लेकर मेडिकल कॉलेजों में सेवाएं दे रहे डॉक्टर नाॅन प्रैक्टिस अलाउंस (एनपीए) बंद करने के विरोध में सोमवार 29 मई से 1 घंटे की हड़ताल करेंगे जिससे मरीजों को समस्या हो सकती है। हड़ताल सुबह 10:00 से 11:00 बजे तक जारी रहेगी। हालाँकि आपातकालीन सेवाएं इस हड़ताल के दौरान भी जारी रहेगी।

क्यों दिया जाता है NPA?
गौरतलब है कि सरकार की ओर से डॉक्टरों को बाहर प्रैक्टिस न करने के लिए बेसिक सैलरी का 20 फीसदी नॉन प्रैक्टिसिंग अलाउंस के तौर पर दिया जाता है। पहले यह अलाउंस 30 फ़ीसदी हुआ करता था। समय के साथ पहले से 25 फ़ीसदी और इसके बाद 20 फ़ीसदी किया गया। अब नए डॉक्टरों पर लागू होने वाले नियम के तहत डॉक्टरों को नॉन प्रैक्टिसिंग अलाउंस दिया ही नहीं जाएगा। ऐसे में नए डॉक्टरों के बीच इस फैसले को लेकर भारी रोष है।

नाहन और पांवटा में NPA बंद का विरोध
डॉ वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नाहन तथा सिविल अस्पताल पांवटा साहिब के बाहर डॉक्टर NPA बंद करने के विरोध में उग्र नजर आए। इस दौरान डॉक्टरों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। डॉक्टरों ने इस दौरान सरकार से नॉन प्रैक्टिसिंग अलाउंस को बंद किए जाने के फैसले को वापस लेने की मांग उठाई है।

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