हेड कांस्टेबल जसवीर सैनी का मिसिंग केस सीआईडी को ट्रांसफर

हेड कांस्टेबल जसवीर सैनी का मिसिंग केस सीआईडी को ट्रांसफर

कालाअंब में हेड कांस्टेबल जसवीर सैनी के मिसिंग केस को परिजनों के भारी दबाव के बाद सीआईडी को ट्रांसफर कर दिया गया है. साथ ही सिरमौर पुलिस ने भी कांस्टेबल की तलाश के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. हेड कांस्टेबल का वीडियो वायरल होने के बाद से भी सिरमौर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालियां निशान खड़े हो रहे हैं.

हेड कांस्टेबल जसवीर सैनी
हेड कांस्टेबल जसवीर सैनी

अब इस मामले में पुलिस पर लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है. इस सिलसिले में हेड कांस्टेबल के परिजनों सहित ग्रामीणों ने एडीएम सिरमौर को ज्ञापन सौंप मामले की जांच सिरमौर पुलिस से न करवाकर उच्च स्तर पर करवाने की मांग की थी. इस मामले में परिजनों-ग्रामीणों ने डीसी-एसपी कार्यालय का घेराव भी किया. परिजनों व ग्रामीणों के बढ़ते दबाव के बाद हेड कांस्टेबल के मिसिंग केस को सीआईडी को ट्रांसफर कर दिया गया है.

एएसपी सिरमौर योगेश रोल्टा ने बताया कि गत बुधवार को हेड कांस्टेबल जसबीर सैनी की मिसिंग रिपोर्ट कालाअंब पुलिस थाना में दर्ज की गई है. इसके बाद हेडकांस्टेबल की तलाश के लिए कई टीमें लगाई गई हैं. आज वीरवार को एसआईटी का भी गठन किया गया. इसके बाद आज परिजनों ने डीसी को एक आवेदन भी सौंपा है, जिसमें उन्होंने आग्रह किया है कि जसवीर सैनी का मिसिंग केस उच्च अधिकारी को ट्रांसफर किया जाए

बता दे की हिमाचल प्रदेश जिला सिरमौर के एसपी रमन कुमार मीणा पर अपने ही पुलिस कर्मी को एक मामले में प्रताड़ित किया गया मारपीट के साधारण मामले में धारा 307 लगाने के लिए भी दबाव बनाया गया और जब इन्वेस्टिगेशन ऑफीसर जसवीर सैनी ने गलत धाराएं लगाने से मना कर दिया तो उन्हें 11 जून को अपने ऑफिस में बुलाकर न केवल बदसलूकी की गई बल्कि अपनी भाषा में एसपी सिरमौर द्वारा प्रताड़ित भी किया गया।

परिजनों ने आरोप लगाए हैं पिछले तीन दिनों से जसवीर सैनी उनके परिवार का सदस्य जो कि पुलिस में कार्यरत है वह लापता है और पुलिस ने अभी तक कोई भी सूचना उनके परिवार को नहीं दी है जबकि एसपी कार्यालय से झूठ बोला जा रहा है कि जसवीर सैनी छुट्टी पर गए हैं

उधर दो दिनों से लगातार मीडिया में खबरों के बावजूद मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश सुखविंदर सिंह सुक्खू की ओर से कोई भी ब्यान सामने नहीं आया है जबकि यह बेहद संवेदनशील मामला है ऐसे में प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री को तुरंत कार्रवाई करते हुए ग्रामीणों को न्याय का आश्वासन देना चाहिए।

उधर इस मौके पर कांग्रेस वरिष्ठ नेता नसीमा बेगम ने कहा कि वह पीड़ित परिवार के साथ है अगर उच्च अधिकारियों द्वारा पुलिस कर्मी को तनाव दिया गया है तो यह बिल्कुल गलत है इसकी जांच होनी चाहिए और जो भी दोषी है उसे सख्त सजा मिलनी चाहिए।

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