पांवटा साहिब विधानसभा क्षेत्र के लोगों के लिए राहत की बड़ी खबर है। हर साल बरसात के मौसम में यमुना, गिरी और बाता नदी का उफान किसानों और आम जनता के लिए आफत बन जाता है। खेतों का कटाव, ट्यूबवेल व सरकारी संपत्ति का नुकसान और गांवों में बाढ़ का खतरा अब जल्द कम होगा।

विधायक सुखराम चौधरी का बड़ा बयान

मीडिया से बातचीत में पांवटा साहिब के विधायक सुखराम चौधरी ने कहा कि अब इस समस्या का स्थायी समाधान लाने की तैयारी शुरू हो चुकी है,गिरी नदी के लिए 24 करोड़ की डीपीआर तैयार की जा चुकी है।

यमुना नदी (हिमाचल–उत्तराखंड बॉर्डर पर 25 किलोमीटर चैनेलाइजेशन) के लिए 256 करोड़ की डीपीआर तैयार है।
बाता नदी को भी इस प्रोजेक्ट में शामिल करवाने के लिए वे दिल्ली दौरे पर केंद्र में मुद्दा उठाएंगे।

जल्द मिलेगा स्थायी समाधान

विधायक ने कहा कि हर साल बरसात के मौसम में इन नदियों से किसानों की हजारों बीघा जमीन कट जाती है, ट्यूबवेल नष्ट हो जाते हैं और सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचता है। लेकिन अब यह समस्या लंबा इंतजार नहीं करवाएगी।

सौंदर्यकरण का काम भी शुरू

उन्होंने यह भी बताया कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री के आश्वासन के बाद यमुना घाट और स्वर्ग धाम के सौंदर्यकरण के लिए 28 करोड़ की राशि स्वीकृत हो चुकी है। टेंडर लग चुका है और काम युद्धस्तर पर शुरू होने वाला है।

चौधरी का वादा

पूर्व ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने साफ कहा कि इस बार दिल्ली में केंद्र सरकार के सामने चैनेलाइजेशन का मुद्दा जोरदार तरीके से रखा जाएगा और इसका समाधान जरूर निकलेगा।

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