33 साल के विक्रमादित्य सिंह ने पहली बार ली कैबिनेट मंत्री की शपत
हिमाचल प्रदेश में सुक्खू कैबिनेट का गठन हो गया है. सात मंत्रियों ने शपथ ली. शिमला ग्रामीण से विधायक विक्रमादित्य सिंह को मंत्री बनाया गया है. 33 साल के विक्रमादित्य सिंह पहली बार मंत्री बने हैं. जैसे ही राजभवन में मंत्री पद के लिए उनका नाम घोषित हुआ तो जमकर तालियां बंजीं.
जानकारी के अनुसार, विक्रमादित्य सिंह का जन्म 17 अक्तूबर 1989 को हुआ है. उन्होंने शिमला के बिशप कॉटन स्कूल से पढ़ाई की. इसके बाद दिल्ली सेंट स्टीफंस कॉलेज से हिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएशन की है. विक्रमादित्य सिंह ने साल 2017 में अपना पहला चुनाव लड़ा और जीता था. वह दूसरी बार 2022 में विधानसभा पहुंचे हैं. विक्रमादित्य सिंह को वीरभद्र सिंह गुट के कोटे से मंत्री बनाया गया है.
विक्रमादित्य सिंह के पिता वीरभद्र सिंह छह बार के सीएम रहे हैं. वहीं, विक्रमादित्य सिंह की मां प्रतिभा सिंह मंडी से मौजूदा सांसद हैं. इसके अलावा प्रतिभा सिंह प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष भी हैं. विक्रमादित्य सिंह 2013-18 तक हिमाचल यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष रहे थे. विक्रमादित्य सिंह शूटिंग में नेशनल लेवल पर हिमाचल का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं.
विक्रमादित्य सिंह को पिता की सियासत को संभाल रहे हैं. वह 2017 में विधायक बने थे पिता वीरभद्र सिंह ने उनके लिए अपनी शिमला ग्रामीण सीट छोड़ दी थी और खुद अर्की से चुनाव लड़ा था. 2017 में पिता पुत्र दोनों चुनाव जीते थे. इस बार उन्हें मंत्रीमंडल में जगह मिलना तय था.